पल पल बीत रहा पुराना, नया साल है आने वाला
नया है मौसम, नई है दुनिया, नया गीत है गाने वाला
जो चला गया वो जाने दो, स्वागत आने वाले का हो
ग़र कठिनाई से रात कटी और मुश्किल कोई सवेरा हो
रब दूर करे माथे की सिल्वट, घर ख़ुशियों का डेरा हो
ओ कल कल पानी जैसे बहता, ख़ुशियों में नहलाने वाला
पल पल बीत रहा पुराना, नया साल है आने वाला
कितने देखे खिलते फ़ूल आते हैं मुरझाते हैं
फ़िर भी पेड़ कहाँ उदास,देखो कब शर्माते हैं
और तुम्हारे जीवन में भी,नया फूल खिल जाने वाला
पल पल बीत रहा पुराना, नया साल है आने वाला
बीते वर्ष ने देखे, देखे कितने दीवाने
कुछ ने उनको पाया होगा, कुछ ने देखे मैखाने
कितनों ने देखी शाम उसी में,जब पलकों को झुकते देखा
कितने मदहोश किए होंगे, जब उनको फिर उठते देखा
अकसर जो रह गए बिन अवसर, अनकहे आधे-से अक्षर
मिल ना पाए रीता सबकुछ, है साल नया मिलवाने वाला
पल पल बीत रहा पुराना, नया साल है आने वाला